खुद को भजनका बताकर उन्होंने तत्काल वित्तीय सहायता मांगी और विजय कुमार भंटिया के जरिए 50 लाख रुपये की व्यवस्था करवाई। दो फर्जी प्रतिनिधियों को नकद सौंपने के बाद यह धोखाधड़ी उजागर हुई
कोलकाता पुलिस ने एक बड़े वित्तीय घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने सेंचुरी प्लाई के मालिक सज्जन भजनका के नाम का इस्तेमाल कर एक बिजनेसमैन को 50 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया। इस मामले की शिकायत 4 मार्च 2025 को पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में अंकिन भंटिया ने दर्ज कराई, जो विजय कुमार भंटिया के बेटे हैं।
ठगी 1 मार्च को हुई, जब आरोपियों ने 'सेंचुरी प्लाई' के नाम से व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाकर डॉ. आर.के. अग्रवाल से संपर्क किया। खुद को भजनका बताकर उन्होंने तत्काल वित्तीय सहायता मांगी और विजय कुमार भंटिया के जरिए 50 लाख रुपये की व्यवस्था करवाई। दो फर्जी प्रतिनिधियों को नकद सौंपने के बाद यह धोखाधड़ी उजागर हुई, जब शिकायतकर्ता को सच्चाई का पता चला और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी।
कोलकाता पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और टेक्निकल विंग की मदद से आरोपियों को ट्रैक किया। 13 मार्च 2025 को महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों से वकाब मोहम्मद जावेद चांदीवाला (28), रियाज रज़ी सैयद (36) और सचिन मनोहर प्रसाद (32) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से पैसे ले जाने के लिए इस्तेमाल किया गया बैग, मोबाइल फोन और पांच प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड बरामद हुए।
इसके बाद 14 मार्च को कोलकाता से पवन शॉ उर्फ स्वीट (36) को पकड़ा गया। उसके पास से तीन सिम कार्ड, एक मोबाइल और तिरुपति कूरियर सर्विस का एक लिफाफा मिला, जिससे सिम कार्ड भेजे गए थे। 15 मार्च को पुलिस ने पोलॉक स्ट्रीट, कोलकाता से दो और आरोपियों—महेंद्र पाल सिंह (39) और चेतन सिंह दहिया (40)—को गिरफ्तार किया। उनके पास से 24,90,440 रुपये नकद, कई मोबाइल, आधार कार्ड, दो चेकबुक और एक मनी-काउंटिंग मशीन बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों के पास ठगी की रकम का एक बड़ा हिस्सा मिला है।